गुरुवार, 25 नवंबर 2010
इसलिए हिंदू नापाक हैं और मुस्लिम पाक
मुसलमान अपने आप को पाक कहते हैं और हिंदु को नापाक सिर्फ इसलिए कि उनका लिंग कटा होता है इसलिए पेशाब करने के बाद वो मिट्टी के ढेले से उसे साफ कर लेते हैं और चूँकि हिंदुओं का लिंग कटा नहीं होता इसलिए वो नापाक होते हैं क्योंकि बिना कटे लिंग को अगर पानी से धो दिया भी जाय तो भी कुछ ना कुछ अंश तो फँसा रह ही जाएगा ना लिंग में..
इस तरह की बातें ये अपने आपको तसल्ली देने के लिए करते हैं या सच में मुसलमान धर्म अपना लेने के बाद बुद्धि पर डाका डल जाता है. वैसे तो पेशाब करने के बाद उसे पानी से धोने के बारे में हिंदु धर्म में भी बताया गया है लेकिन जबसे हिंदुओं ने धोती को त्यागकर फूलपैन्ट पहनना शुरु किया तबसे बैठकर पेशाब करने और पानी से धोने की परम्परा को त्यागकर अंग्रेजों की तरह खड़े-खड पेशाब करना शुरु कर दिया..पर उल्लेखनीय बात ये है कि क्या शुद्धता का पैमाना बस यही पेशाब की कुछ बूँदें....?? बाँकि मल त्याग करने के बाद अगर गुदा ना धोओ तो भी पाक? कोई बात नहीं..!.? अगर शौच के बाद हाथ को साबुन से ना धोओ फिर भी पाक..!.?अगर ६ दिन ना नहाओ फिर भी पाक.!.?
ये भारतीय संस्कार इनलोगों में अबतक है कि शौच के बाद गुदा धो लेते हैं पानी से पर हाथ धोने का संस्कार क्यों भुला दिए यार..?कहीं मुसलमान धर्म में ये भी कोई गुनाह तो नहीं.....??
चलिए अब जरा इनके पाक होने का एक और हास्यास्पद तरीका दिखिए...नमाज पढ़ने के पहले इन्हें वजू करना पड़ता है..वजू के लिए इन्हें जोड़ के नीचे वाले भाग को धोना पड़ता है यनि केहुनी से नीचे,ठेहुने से नीचे तथा गर्दन से उपर वाले भाग को..चलिए यहाँ तक ठीक है पर समस्या तब आती है जब वजू करने के बाद ये नवाज के लिए तैयार होते हैं और इनके पीछे से अपानवायु छूट जाती है..क्योंकि हवा के निकलते ही वजू टूट जाती है और इन्हें फिर से वजू करना पड़ता है यनि कि फिर से हाथ पैर और सर भिगोंना पड़ता है...अब प्रश्न ये है कि अगर वायु कमर के नीचे से निकली है तो कमर के पूरे नीचे वाले भाग को भिंगोना चाहिए..!! और फिर केहुनी और सर का क्या दोष जो उसे भी फिर से कष्ट......!
पता नहीं इनलोगों में शुद्ध होने के लिए नहाने की भी कोई परम्परा है या नहीं..!
एक बात तो आपलोग जानते ही होंगे कि यहाँ भी हिंदु के विपरीत जाने के लिए ये पानी को केहुनी से हाथ की तरफ नहीं बल्कि हथेली से केहुनी की तरफ गिराते हैं...
चलिए छोड़िए ये सब छोटी मोटी बातें हैं..मुझे बस ये पूछना है कि क्या शुद्धता का पैमाना सिर्फ लिंग तक ही सीमित है,बाकि अंग से कोई लेना-देना नहीं...?जो हिंदु पूरे तन को सिर्फ पानी से ही नहीं बल्कि विभिन्न प्रकार के अपमार्जक का उपयोग करके गंगा जल छिड़ककर अपने मन को गंदे विचारों से दूर रखकर उसे भगवान की भक्ति से भरकर अपने तन के साथ-साथ अपने मन को भी शुद्ध रखने पर ध्यान देते हैं..जिस हिंदु का पैर भी अगर मैले पर चला जाता है तो पहने हुए सारे कपड़े को अपमार्जक में धोने के बाद खुद स्नान करता है वो हिंदु नापाक और जो मुस्लिम जहाँ-तहाँ से ढेले को उठाकर अपना लिंग पॊछ लेते हैं वो पाक....!!क्या ये न्याय है..??
जैसा कि मैंने अपने पिछले लेख में बताया था कि उम्रभर मुसलमानों का सारा ध्यान सिर्फ लिंग पर ही केन्द्रित होता है यनि उनकी हरेक बात बस यहीं आकर खत्म हो जाती है...
अल्लाह की भक्ति क्यों....
इसलिए कि जन्नत में हूरें मिलेंगी जो इस लिंग को सुख देंगी...(अल्लाह की भक्ति भी लिंग पर आकर खत्म)
आत्मघाती बन बनते हैं क्यॊं... इस बात का भी अंतिम लक्ष्य यहीं पूरा होता है..
इनके शुद्ध होने का भी क्रिया-विधि बस यहीं आकर खत्म होता है....यनि बस लिंग को मिट्टी से सटा दो हो गए पाक...
लिंग-काटने की परम्परा इनके काटने-छाँटने की प्रवृति का ही परिणाम है..और जाहिर सी बात है जिसका बचपन में ही इतना महत्त्वपूर्ण अंग काट दिया जाय उसमें भी मारने-काटने की प्रवृति तो आयेगी ही लेकिन बात यहीं पर आकर खत्म हो जाती तो कोई बात नहीं..दुःख की बात ये है कि ये लड़कियों के लिंग को भी नहीं छोड़ते....उनके लिंग को भी ६-७ साल की उम्र में काट देते हैं ये..और ये क्रिया बहुत ही कष्टकारी होती है..ये क्रिया इसलिए की जाती है ताकि लड़कियाँ संभोग का सुख प्राप्त ना कर सके,यनि वो सिर्फ मर्दों के भोगने की चीज है,उसके सुख दुख से इन्हें कोई लेना-देना नहीं..इस तरह की परम्परा के बारे में भारत के बहुत कम ही लोग जानते हैं क्योंकि ये भरतीय संस्कृति का प्रभाव है कि भारतीय मुसलमान औरतें इस तरह के कष्ट से बच गई लेकिन मुस्लिम बहुल देशों की औरतें अभी भी सह रही हैं जैसे बंग्ला-देश,पाकिस्तान आदि.मैंने ये लेख बंग्ला देश की एक औरत की आत्मकथा में पढ़ा था.उसमें जिसतरह वर्णन किया गया था सचमुच हृदय-विदारक घटना थी वो..
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aapne bilkul sahi likha hai
जवाब देंहटाएंmai b.n sharma ji ka padhta hu
unhone bhi es bare me likha tha
aap lage rahe aapke saath poora hindustan hai
Harami sale kya kya likhte ho pehle islam quraan aur allah ke bare me puri jankari lo phir tumhe kabhi is tarah ka baat likhne ki himmat nahi hogi
हटाएंQuaraan padne ke baad har sawal ka jawab milega
Adhuri jaankari se kuch bhi kahna bewkuf gadha ka kaam hai
Right brother
हटाएंIs gdhe ko or ucha chda
हटाएंgalti ki mafi chahta hu b.n sharma ji ka bloog
जवाब देंहटाएंpadha
ladkiyo ka ling kis tarah kat te hai ...samaj nai ayaa.....
जवाब देंहटाएंjo bhi ise upload kiya hai wo kutte ki maut marega
हटाएंagar kisi ke dharm ke bare me malum na ho to kuchh nhi likhna chahiye
tum logo ki wajah se hi bharat ka 4 tukra huaa
ling isliye katte hai kyoki us me sex ke bad infecsion na ho
maa se puchna
हटाएंउनके पास न लिगं होता है । न हि काटा जाता है ।
हटाएंउनके पास न लिगं होता है । न हि काटा जाता है ।
हटाएंलडकियो के सिलाई करते है।
जवाब देंहटाएंवो तो मुझे भी नहीं पता उस लेख में तो बस इतना लिखा हुआ था कि उनके योनि के बीच में कैंची चला दी गई..शायद लड़कियों के योनी के बीच में छोटी सी कोई रचना होती होगी...उस छोटी चीज को भी काटने में दया नहीं आती इन्हें...लड़कियों के प्रति क्रूरता का इनका एक और उदाहरण है कि ईरान में अविवाहित लड़की की फाँसी देने के पहले उनका बलात्कार किया जाता है..चूँकि मुसलमान धर्म के अनुसार बिना शादी-शुदा लड़की को फाँसी देने का नियम नहीं है इसलिए उस कुँवारी लड़की का जल्लाद से शादी करवाकर उसका कौमार्य तोड़ा जाता है और उसके अगले दिन फाँसी दी जाती है..यनि इनके लिए शादी का मतलब बस इतना सा ही है..यनि बस सेक्स करना..वो शादी वाली रात इतनी भयानक होती है कि लड़कियाँ फाँसी से नहीं बल्कि उस बलात्कार वाले रात से ही डरती है..कई लड़कियों को उस रात के बाद अपना चेहरा बुरी तरह नोचते देखा गया है..
जवाब देंहटाएंtumhare yahan koi bhi ourat aysi nahi hai jisne kam se kam das mardon se sambandh na banaya ho yani har ourat vesaya hai ab tumhara janam kis tarike se huwa soho???
जवाब देंहटाएंyai aap ko kaha padhaya gaya hai. aap yai koon si chooti baat kartai hai. aap logo k karan muslim aur islam dono barbad ho rahai hai. kripya aap apni choti sooch ko gag jahir na kari. aur islam ko barbad na karai
हटाएंaap pagal h qa aap ko pata nahi hai k aap jasai muslimo sai puri muslim koom aur islam barbad ho jati hai .aap yai kaha sai sikha hai ki hindu aurat kai mardo sai sambandh banati h. aap ko pata nahi hai ki jaitni bhi red light area par jaao 90% muslim h vesaya hoti hai. aap logo ko inkai liyai kuch sochna chiyai. jab aurat ko kai porush talak deta hai to muslim mahila kai pas aur koi chara nahi hota. vo vesayavriti ko majboor hoti hai.
हटाएंमुसलमान भी पहले हिन्दू थे, लेकिन अब यह दोगला हैं, इन्हें धरती पर जीने का कोई अधिकार नहीं हैै.
हटाएंये भी आपके कुरान में लिखा हुआ है क्या कि हिंदु औरतें कम-से-कम दस मर्दों के साथ सोती है..?
जवाब देंहटाएं@thakur.. Sach ka samna karo sawaal pe swaal karne se uttar nahi milte
जवाब देंहटाएंअजय जी,ठाकुर जी ने सवाल भी कहाँ किए हैं ये तो निरुत्तर होकर बौखलाहट में बस गाली बक कर चले गए हैं..संस्कार-संस्कार की बात है अजय जी.
जवाब देंहटाएंकहते है मोहम्मद साहब जिस डाले से पिछवाडा पोछते थे उस से इत्र की खुशबु आती थी .
जवाब देंहटाएंHahahahahahahahahaha....
हटाएंअपने र्धम का ज्ञान नही जिनकों. वो अर्धम को र्धम कहते हैं.
जवाब देंहटाएंsahi bole apne dharm ka gayan nhi murti puja pandit ko sarat karane pr mang karna
हटाएंki tumhare papa ko santi jab milega jab tu 5000 rupye doge takya torch bichhona odhna
jo saman sadi me di jati h tab tumhare papa ya mata ki santi hogi pandit apni santi khud nahi pa sakta dusre ki theka leta h
Tum hari Zat ka harame salo tumhari aukat kya hai musalman dharm ki baat karne ki Jab koi bhut piche padta hai tu Kyo Dargha Jate ho kamino
जवाब देंहटाएंTum hari Zat ka harame salo tumhari aukat kya hai musalman dharm ki baat karne ki Jab koi bhut piche padta hai tu Kyo Dargha Jate ho kamino
जवाब देंहटाएंHello
जवाब देंहटाएंSale kutte Hindu dharm me papa me baare me Japan le use to seitaan yaani tere bhole &pole
जवाब देंहटाएंbhaba
this website is fake. Don't belive this.
जवाब देंहटाएंg
जवाब देंहटाएंyes
जवाब देंहटाएंशिव जिसे कुछ लोग ईशवर मानते है जो अपने बेटे का सिर काट कर जानवर का सिर लगाता है क्या उसे पता नही है कि वह.उसी का बेटा है तो जानवर के बच्चे का सिर काट कर बेटे के तन से लगाना क्या वह उसी सिर को नही लगा सकता इससे पता चलता है कि यह कोई वास्तविक नही है तो नतिजा यह है कि शिव और शिवलिंग दोनो है ही नही
जवाब देंहटाएंpehle shiv puraan pad leta to pta lag jata ki shiv ne jaanvar ki sir kyun lgaya.
हटाएंpar tu kya padega shiv puran.
tere ko to shiv ke bare mein kuch pta hi nahi lagega.
Shiv ko Jaan-na tere jaise choti soch wale logo ke bas ke baat nahi.
apne allah ko pakdo aur bole jao jo bolte ho.
mai jahan tak janta hun is bramhand ko aur insan ko banane wale parmeswar ek hi hai jise hum sda shiv kahte hai ya nirakar jisne is dharti me sirf do hi jati banaye the adam aur aurat aur koi dharm nahi banaya us iswar ne fir hum kyon apas me hindu muslim kahkar lad mar rhe hain jabki sai baba kah gaye hai "sabka malik ek hai"
जवाब देंहटाएंBhai log ye kese sanskar mile hai aapko akhir kyo AAP kisi dharm ki buraai karte ho agar Islam k baare me Janna hai to watch Dr. Zakir Naik Video
जवाब देंहटाएंNaapak pareet hindu dharm he Gangajaal kiyA he ye ye tum khud nahi gaante panic he ya peeshaap he tum baas chale to tum apna khud ka peeshaap mee gau mussalman pak he or tum naapak ho
जवाब देंहटाएंThakur M Islam viney ji aap ne bilkul sahi kaha he ham aap ki taraf he
जवाब देंहटाएंMusalman banja warna jahannam mein jalega...
जवाब देंहटाएंBakwas.
जवाब देंहटाएंऐ मुरख मुसलमानो तुम क्या पाक नापाक बोलते हो पुराने समय मे अरब मे गांड धोने का रिवाज नही था । लोग हगने के बाद गांड पोछ लेते थे ।पानी की कमी थी
जवाब देंहटाएंमुहमद ने इनको जब मुस्लिम बनाया तो क्या वजहें रही होगी मुस्लिम धरम अपनाने की जब इस्लाम फेला उस समाये भी दुसरे धर्मो का वजूद रहा होगा तब मुहमद ने ऐसा क्या किया की इतने सरे लोगो ने ये धर्म अपना लिया हकुमत मर्दों से चलती है इनको खुश रखो ये तुम्हे बादशा बना कर रखेगे मर्द सबसे ज्यादा खुश ओरतो से होता है मुहमद ने मर्दों की नस पकड़ी लूट के बाद ओरतो को भोगने का रास्ता प्रशस्त किया आब जब एक मर्द इतने ओरतो को सहवास द्वारा तृप्त करेगा तो उसका सेक्स मशीन होना जरुरी था तभी तो भोग पायगे तो मुहमद साहब ने इनको उसी तरहे ढाला सब से पहले खतना करवाया सफाई के चाकर में (लिंग के अगर भाग पे मास न होने से लिंग में उत्तेजना काफी समय तक बनी रहती है) फिर हर बार पेशाब जाने के बाद मिट्टी के ढेले को लिंग के अग्र भाग को साफ करना ये एक व्यायाम हे लिंग का जिसको सफाई के नाम से धर्म के साथ जोड़ा गया हकीकत जननी है तो सिविल कोर्ट के वकीलों से पूछ सकते है मुस्लिम महिलाए अपने मर्दों से पीछा छुड़ाने के लीये ज्यादतर अप्रकर्तिक सम्भोग का केस फाइल करती है
जवाब देंहटाएंमुहमद ने इनको जब मुस्लिम बनाया तो क्या वजहें रही होगी मुस्लिम धरम अपनाने की जब इस्लाम फेला उस समाये भी दुसरे धर्मो का वजूद रहा होगा तब मुहमद ने ऐसा क्या किया की इतने सरे लोगो ने ये धर्म अपना लिया हकुमत मर्दों से चलती है इनको खुश रखो ये तुम्हे बादशा बना कर रखेगे मर्द सबसे ज्यादा खुश ओरतो से होता है मुहमद ने मर्दों की नस पकड़ी लूट के बाद ओरतो को भोगने का रास्ता प्रशस्त किया आब जब एक मर्द इतने ओरतो को सहवास द्वारा तृप्त करेगा तो उसका सेक्स मशीन होना जरुरी था तभी तो भोग पायगे तो मुहमद साहब ने इनको उसी तरहे ढाला सब से पहले खतना करवाया सफाई के चाकर में (लिंग के अगर भाग पे मास न होने से लिंग में उत्तेजना काफी समय तक बनी रहती है) फिर हर बार पेशाब जाने के बाद मिट्टी के ढेले को लिंग के अग्र भाग को साफ करना ये एक व्यायाम हे लिंग का जिसको सफाई के नाम से धर्म के साथ जोड़ा गया हकीकत जननी है तो सिविल कोर्ट के वकीलों से पूछ सकते है मुस्लिम महिलाए अपने मर्दों से पीछा छुड़ाने के लीये ज्यादतर अप्रकर्तिक सम्भोग का केस फाइल करती है
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