रविवार, 14 फ़रवरी 2010

वैलेंटाइन डे

सबको मेरे ओर से HAPPY VALENTINE DAY...
पर आज मेरी समझ में नहीं आ रहा है की आज क्या करने का दिन है.......
७ को ROSE DAY ...उस दिन अपने प्रेमी या प्रेमिका को गुलाब दिया गया.८ को Purpose day..९ को chocholate day..१० को teddy bear .११ को promise day १२ कोkiss day और १३ को HUGDAY ..
तो १४ को क्या .. .. .. .. . ..... .... ....FUG(FUCK) DAY..........!!
सब कुछ तो इन सात दिनों में हो ही गया फिर १४ को क्या करने का दिन बचा..............?
तो VALENTINE DAY के समर्थक कहेंगे आज मौज-मस्ती का दिन है....
तो जब KISS कर लिए अपनी बाँहों में भर लिए तो इससे ज्यादा और मौज-मस्ती के लिए क्या बचा रह जाता है.....?
अगर ७ को लाल,पीला गुलाब देकर अपने दिल की बात कह ही दी तो फिर अलग से Purpose day किसलिए....?
आज से ६-७ साल पहले हमलोग इस दिन के बारे में थोडा बहुत जानते थे.१ दिन बस १४ FEB . को न्यूज़-पेपर में इसकी चर्चा होती थी..पर इस बार देख रहा हूँ की १ दिन नहीं बल्कि पूरा १ सप्ताह....
१ दिन की मस्ती कम थी न तो अब सप्ताह भर मस्ती करो......
पहले १ दिन होता था तो शिव-सैनिक या अन्य भारतीय संस्कृति पक्षधर लोग विरोध कर भी देते थे.
पर अब..... करो कितना विरोध करते हो. ...........
एक दिन रोकना आसान था पर अब सात दिन............ ..!
बाजार वाले भी जोर-शोर से इसका प्रचार करने में लगे हुए हैं.जितना दीपावली में साज-सज्जा के सामानों से दुकान भरा हुआ नहीं रहता है उससे ज्यादा आजकल VALENTINE GIFT से सारा दुकान भरा पड़ा है.
पहले जो होता था एक दिन....थोडा बहुत गुलाब बिकता था या गिफ्ट..... पर अब....
आप गुलाब बेचोगे तो...
हम CHOCHOLATE क्यों नहीं.... ...,
हम TEDDY क्यों नहीं...... .....और
हम CARD क्यों नहीं........... .....
आज दुनिया बहुत FAST हो गयी है.युवाओं का FEELINGS भी कितना FAST दौड़ रहा है...
पहले दिन purpose ,दुसरे दिन KISS ,फिर अगले दिन HUG और फिर अगले दिन .. .... ..... ........ ....!
क्या TECHNOLOGY FAST हो जाने से FEELINGS भी FAST हो जाते हैं....?
क्या प्यार का एहसास किसी खास दिन को होता है...?
यानि और सब दिन अगर प्यार सोया हुआ है तो आज खास दिन है आज प्यार को जगाओ और किसी लड़की का जीवन बर्बाद करो..........................!
कुछ दिन पहले मैंने प्रभात खबर में एक सर्वेक्षण में पढ़ा था की की आज के ९०% से ज्यादा युवा प्यार तो करना चाहते हैं उनके पास उनकी गर्ल-फ्रेंड तो है लेकिन वो उससे शादी करना नहीं चाहते हैं...

ऐसे में कितनी उपयोगिता है इस VALENTINE DAY की...........?

और वही युवा VALENTINE DAY का समर्थन करते हैं.... ......
वही प्रभात खबर जो अभी लगातार एक महीने से POLLYTHENE का विरोध करके रोज अपने किये कारनामे को PAPER में छापकर ये दिखलाना चाहता है कि वो पर्यावरण और इस देश का बहुत बड़ा हितैषी है,VALENTINE -DAY का जोर-शोर से प्रचार-प्रसार कर रहा है.
पिछले रविवार को अपना पूरा का पूरा रविवारीय विशेषांक VALENTINE DAY को समर्पित कर दिया और बताया की इस पुरे सप्ताह के किस-किस दिन को किस-किस तरह की छिछोरी हरकतें करनी हैं... आज उसका F .M . द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम का पूरा का पूरा दिन भी सिर्फ और सिर्फ VALENTINE DAY के नाम समर्पित है...(मै किसी पेपर का समर्थक या आलोचक नहीं हूँ.प्रभात खबर पढता हूँ उसका FM स्टेशन अभी सुन रहे हैं इसलिए उसके बारे में मुझे पता है इसलिए सिर्फ उसके बारे में ही लिख रहा हूँ.बाँकी पेपर के बारे में MUJHE नहीं पता पर वो भी तो कम थोड़े ही होंगे.)
युवाओं में अभी सूचनाओं का सबसे बड़ा श्रोत क्या है....न्यूज़-पेपर इन्टरनेट या फ.म रेडियो-स्टेशन..
अगर यही लोग इतना जोर-शोर से प्रचार-प्रसार करने में लगे रहेंगे तो इनसब बुराइयों को कैसे रोका जा सकेगा.... ...?
सभी स्क्रैप वाले वेबसाइट ने इस VALENTINE WEEK के EVERY DAY के लिए स्क्रैप तैयार रखे हैं ताकि किसी को पता नहीं भी है तो पता चल जाये.. कुछ तो अश्लील भी हैं......

आज ये बुराई इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है और इतनी तेजी से बढ़ रही है की समझ में नहीं आ रहा इससे होने वाले विनाश को कैसे रोका जाय.कैसे अपने पवन संस्कृति की रक्षा की जाय.अगर किसी के पास कोई उपाय हो तो कृपया सुझाएँ.आज की युवा पीढी इसको मानाने के लिए इस कदर बेक़रार है और हमारा बाजार इस कदर इसका फायदा उठाने को लालायीत है की इसे रोकना बहुत कठिन लग रहा है..युवा बस अभी की मस्ती देख रहा है अपना पल भर का लाभ देख रहा है वो ये नहीं सोच रहा है की वो अपने ही पैर पर कुल्हाड़ीमार रहा है क्योंकि एक दिन जब वो किसी लड़की से शादी करेगा तो वो भी किसी की VALENTINE DAY मनाई हुए लड़की होगी..उस समय फिर कितना बुरा लगेगा...........!

वैसे मेरे विचार से,इस दिन को शादी-शुदा लोग तो कम ही मनाते हैं ज्यादातर युवा ही मनाते हैं तो क्यों न इस दिन को नया प्रेमी बनाने या ढूंढने की बजाय प्रेमी युगल के शादी के बंधन में बंध जाने के दिन के रूप में मनाया जाय.ताकि इससे कम से कम लड़कियों को धोखा मिले और प्यार करने के बाद शादी करने को बढ़ावा मिले.मैं ऐसा इसलिए सोच रहा हूँ की यह बुराई अब इतनी आगे निकल चुकी है की इसे रोकना तो मुश्किल लग रहा है तो इसे पूरी तरह रोकने या ख़त्म करने की बजाय इसे दूसरी ओर मोड़ना आसान लग रहा है....

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